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Poha banane ka tarika पोहा बनाने के विभिन्न तरीके, स्वास्थ्य लाभ

 

पोहा बनाने का तरीका:

सामग्री:

  • 1 कप पोहा (चिवड़ा)
  • 1 मध्यम आकार का प्याज (कटा हुआ)
  • 1 हरी मिर्च (कटी हुई)
  • 1 छोटा चम्मच राई (सरसों के बीज)
  • 1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1/2 कप मूंगफली
  • 1 बड़ा चम्मच तेल
  • नमक स्वाद अनुसार
  • 1 नींबू का रस
  • 2 बड़े चम्मच हरा धनिया (कटा हुआ)
  • 1 आलू (कटा हुआ) - वैकल्पिक
  • 1 चम्मच चीनी - वैकल्पिक

विधि:

  1. पोहे को भिगोना: सबसे पहले पोहे को एक छन्नी में डालें और उसे पानी से अच्छे से धो लें। धोने के बाद पोहे को 10 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें ताकि पानी निकल जाए और पोहा नरम हो जाए।

  2. तड़का तैयार करना: एक कढ़ाई में तेल गरम करें। गरम तेल में राई डालें। जब राई चटकने लगे, तब इसमें मूंगफली डालकर भूनें।

  3. प्याज और मिर्च डालना: अब इसमें कटी हुई हरी मिर्च और प्याज डालें। प्याज को सुनहरा होने तक भूनें।

  4. आलू (वैकल्पिक): अगर आप आलू डाल रहे हैं, तो प्याज के साथ ही आलू डालें और उन्हें भी अच्छे से भूनें जब तक आलू नरम न हो जाए।

  5. मसाले मिलाना: अब इसमें हल्दी पाउडर और नमक डालें। अच्छे से मिलाएं।

  6. पोहे को मिलाना: अब भिगोया हुआ पोहा इसमें डालें और हल्के हाथों से मिलाएं ताकि पोहा टूटे नहीं।

  7. चीनी (वैकल्पिक): अगर आप हल्की मिठास चाहते हैं, तो अब इसमें चीनी डालें और अच्छे से मिलाएं।

  8. नींबू और हरा धनिया: आखिर में नींबू का रस डालें और ऊपर से कटा हुआ हरा धनिया डालें। अच्छे से मिलाएं।

  9. परोसना: आपका स्वादिष्ट पोहा तैयार है। इसे गरम-गरम परोसें।

सुझाव:

  • पोहे को धोने के बाद ज्यादा देर तक पानी में ना रखें, वरना यह गीला हो सकता है।
  • अगर आप चाहें तो इसमें मटर, टमाटर आदि सब्जियां भी डाल सकते हैं।

पोहा एक लोकप्रिय भारतीय नाश्ता है जो मुख्य रूप से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में खाया जाता है। यह हल्का, स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है जो आसानी से और जल्दी बन जाता है। यहां पोहा के बारे में और जानकारी दी गई है:

पोहा क्या है?

पोहा दरअसल चपटे चावल होते हैं, जिन्हें चिवड़ा भी कहा जाता है। यह चावल से बने होते हैं जिन्हें पहले उबालकर फिर सुखाया जाता है और बाद में चपटा किया जाता है। यह बाजार में विभिन्न मोटाई और बनावट में उपलब्ध होता है।

पोहा के प्रकार:

  1. कच्चा पोहा: यह बिना किसी मसाले के होता है और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जा सकता है।
  2. तलवा पोहा: इसमें हल्का तेल, नमक और हल्दी मिलाई जाती है। इसे सीधे नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है।
  3. मसाला पोहा: यह तरह-तरह के मसालों और सब्जियों के साथ पकाया जाता है, जो इसे अधिक स्वादिष्ट बनाता है।

पोहा की विशेषताएं:

  1. पौष्टिकता: पोहा में कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर, प्रोटीन, और विटामिन्स होते हैं। यह आसानी से पचने वाला होता है और पेट के लिए हल्का होता है।
  2. तेजी से बनने वाला: पोहा बहुत जल्दी बन जाता है और इसमें अधिक समय नहीं लगता है, इसलिए यह एक बेहतरीन विकल्प है जब आपको जल्दी नाश्ता बनाना हो।
  3. विविधता: पोहा को कई तरह से बनाया जा सकता है। इसमें सब्जियां, मूंगफली, नारियल, और अन्य सामग्री डालकर इसे और भी पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।

पोहा बनाने के विभिन्न तरीके:

  1. कांदा पोहा: इसमें प्याज (कांदा) मुख्य सामग्री होती है। प्याज को हल्का भूनकर पोहे में मिलाया जाता है।
  2. बटाटा पोहा: इसमें आलू (बटाटा) डाला जाता है। आलू को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर भूनकर पोहे में मिलाया जाता है।
  3. मटर पोहा: इसमें मटर डालकर बनाया जाता है, जो इसे और पौष्टिक बनाता है।
  4. मिक्स वेजिटेबल पोहा: इसमें विभिन्न सब्जियां जैसे गाजर, मटर, शिमला मिर्च आदि मिलाई जाती हैं।

पोहा का सेवन:

पोहा को आमतौर पर नाश्ते में खाया जाता है, लेकिन इसे किसी भी समय खाया जा सकता है। इसे नींबू के रस और हरे धनिया के साथ सजाकर परोसा जाता है। कुछ लोग इसे साथ में दही या चाय के साथ भी खाते हैं।

स्वास्थ्य लाभ:

  1. कम कैलोरी: पोहा कम कैलोरी वाला होता है, जिससे यह वजन घटाने वाले लोगों के लिए अच्छा विकल्प है।
  2. पाचन: यह आसानी से पचने वाला होता है और पेट के लिए हल्का होता है।
  3. ग्लूटेन-फ्री: पोहा ग्लूटेन-फ्री होता है, जिससे यह ग्लूटेन संवेदनशील लोगों के लिए भी उपयुक्त है।

निष्कर्ष:

पोहा एक स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ता है जो विभिन्न प्रकार से बनाया जा सकता है। यह भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे पूरे भारत में पसंद किया जाता है। चाहे आप इसे सुबह के नाश्ते में खाएं या शाम के स्नैक के रूप में, पोहा हमेशा एक बेहतरीन विकल्प होता है।

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